शायर बन जाऊ

by shunaya on September 21, 2014, 05:19:49 PM
Pages: [1]
Print
Author  (Read 1820 times)
shunaya
Newbie


Rau: 1
Offline Offline

Waqt Bitaya:
1 hours and 13 minutes.
Posts: 4
Member Since: Sep 2014


View Profile
क्या सोच रखु की शायर बन जाऊ ,
सवाल मैं यह हर किसी से दोहराऊ |

पढता अनेक मैं कहानियां और किस्से,
पर शब्द का एक अक्षर न लिख पाउ|
पर चढ़ा मझे भी सुरूर था,
की लोगों मैं भी 'ग़ालिब' हो जाऊ||

घूमने लगा शायरों की महफ़िल ,
जहा हर जाम पे शायरी छलकती|
पर जब पूछा शायरी के नुस्खे,
हर शक्श की दुआ थी की मैं शायर न बन पाउ||

दुविधा बढ़ी मेरी इनकी दुआ पर,
पर डटा रहा मैं उस सवाल पर|
मुझे भी पानी थी उनकी शौहरत और गहराई,
फिर चाहे मैं आज मखोल क्यों न बन जाऊ||

मेरी असमंजस को एक शायर ने समझा
बोला बैठ यहाँ,तुझे इन सबकी आप बीती बतलाऊ|
यह सभी अधूरे इश्क़ के मारे है,
सुरूर इन्हे था किसी का 'हमसफ़र' कहलाऊ||

तोः तुझे मैं शायरी न सिखाऊंगा
बस इनके जज्बातों से वाकिफ कराऊंगा||

इन दीवानो की तरह तू भी प्यार कर,
उस से नज़रें मिलाने का इंतज़ार कर,
छुप छुप तसवीरें गढ़ उसकी मंन में,
दिल की बढ़ती धड़कनो का पहला इज़हार कर |

ऑंखें बहा उसके इंकार पर,
झूम जा उसके भी इकरार पर,
पढ़ ले उसकी हर अदाकारी को,
मोहबत्तो के तस्बीह तू भी तैयार कर||

जल जा तू परवानो की तरह ,
जुदाई पर हर पल उसे याद कर,
लड़ जा दुनिया से उसके लिए,
इस आग के दरिया को तू पार कर|

पर मत समझ यह सुखी जीवन है,
यही तड़पने के सारे माधयम है,
जब छूटेगा तुझसे तेरे आशिक़ का दमन
तू भी रोयेगा की बावरा न हो जाऊ||

किसी को बेवफ़ाई की हाय लगी,
कोई हरजाई साबित हो गया,
किसी ने ऐतबार न किया अपने रूह पर,
कोई मजबूरियों का शिकार हो गया |

समाज ने हर प्यार करने वाले को
बराबर बेगैरत किया है ,
न्योछावर हुवे सब यार की सलामती के लिए
भले ही उस यार का अक्स न बन पाउ||

जब यह संनातें अंदर बस जातें है,
हर ज़र्रा यह कहता है की पन्नो पर फुट जाऊ|
मज़ा आता है लोगो को इन शब्दों पर
पर कोई नही चाहता की मैं यह 'हालत' बन जाऊ||

फेरिहस्त गिना दी तुझे इनके आवारगी की
अब तोः ख्याल निकाल, की शायर बन जाऊ||

मैंने तोः अपने कान पकड़ लिए
भले ही ज़िन्दगी का घिस्सा टायर बन जाऊ,
भ्रस्टाचार की मुद्दो से भी शौहरत मिले ,तोः कायर से जनरल डायर बन जाऊ |
जॉब से रिटायर बन जाऊ , पर अब ना सोचूंगा की शायर बन जाऊ||
Logged
Advo.RavinderaRavi
Guest
«Reply #1 on: September 21, 2014, 06:04:45 PM »
क्या सोच रखु की शायर बन जाऊ ,
सवाल मैं यह हर किसी से दोहराऊ |

पढता अनेक मैं कहानियां और किस्से,
पर शब्द का एक अक्षर न लिख पाउ|
पर चढ़ा मझे भी सुरूर था,
की लोगों मैं भी 'ग़ालिब' हो जाऊ||

घूमने लगा शायरों की महफ़िल ,
जहा हर जाम पे शायरी छलकती|
पर जब पूछा शायरी के नुस्खे,
हर शक्श की दुआ थी की मैं शायर न बन पाउ||

दुविधा बढ़ी मेरी इनकी दुआ पर,
पर डटा रहा मैं उस सवाल पर|
मुझे भी पानी थी उनकी शौहरत और गहराई,
फिर चाहे मैं आज मखोल क्यों न बन जाऊ||

मेरी असमंजस को एक शायर ने समझा
बोला बैठ यहाँ,तुझे इन सबकी आप बीती बतलाऊ|
यह सभी अधूरे इश्क़ के मारे है,
सुरूर इन्हे था किसी का 'हमसफ़र' कहलाऊ||

तोः तुझे मैं शायरी न सिखाऊंगा
बस इनके जज्बातों से वाकिफ कराऊंगा||

इन दीवानो की तरह तू भी प्यार कर,
उस से नज़रें मिलाने का इंतज़ार कर,
छुप छुप तसवीरें गढ़ उसकी मंन में,
दिल की बढ़ती धड़कनो का पहला इज़हार कर |

ऑंखें बहा उसके इंकार पर,
झूम जा उसके भी इकरार पर,
पढ़ ले उसकी हर अदाकारी को,
मोहबत्तो के तस्बीह तू भी तैयार कर||

जल जा तू परवानो की तरह ,
जुदाई पर हर पल उसे याद कर,
लड़ जा दुनिया से उसके लिए,
इस आग के दरिया को तू पार कर|

पर मत समझ यह सुखी जीवन है,
यही तड़पने के सारे माधयम है,
जब छूटेगा तुझसे तेरे आशिक़ का दमन
तू भी रोयेगा की बावरा न हो जाऊ||

किसी को बेवफ़ाई की हाय लगी,
कोई हरजाई साबित हो गया,
किसी ने ऐतबार न किया अपने रूह पर,
कोई मजबूरियों का शिकार हो गया |

समाज ने हर प्यार करने वाले को
बराबर बेगैरत किया है ,
न्योछावर हुवे सब यार की सलामती के लिए
भले ही उस यार का अक्स न बन पाउ||

जब यह संनातें अंदर बस जातें है,
हर ज़र्रा यह कहता है की पन्नो पर फुट जाऊ|
मज़ा आता है लोगो को इन शब्दों पर
पर कोई नही चाहता की मैं यह 'हालत' बन जाऊ||

फेरिहस्त गिना दी तुझे इनके आवारगी की
अब तोः ख्याल निकाल, की शायर बन जाऊ||

मैंने तोः अपने कान पकड़ लिए
भले ही ज़िन्दगी का घिस्सा टायर बन जाऊ,
भ्रस्टाचार की मुद्दो से भी शौहरत मिले ,तोः कायर से जनरल डायर बन जाऊ |
जॉब से रिटायर बन जाऊ , पर अब ना सोचूंगा की शायर बन जाऊ||
Bahut khoob.
Logged
~Hriday~
Poetic Patrol
Mashhur Shayar
***

Rau: 115
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
101 days, 3 hours and 51 minutes.

kalam k chalne ko zamaana paagalpan samajhta hai.

Posts: 16243
Member Since: Feb 2010


View Profile WWW
«Reply #2 on: September 21, 2014, 06:26:39 PM »
sabse pehle to Yoindia mein aapkaa tahe dil se swaagat kartaa hoon, ab aapki is rachnaa ki baari, kyaa kahun taarif mein, jitnaa kahun kam hi hogaa, aapki pehle rachna yahaan Yoindia mein aur aapne dil hi jeet liyaa, bahut bahut khoob likhaa hai aapne....!!!

 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #3 on: September 22, 2014, 02:47:23 AM »
waah waah bahut sunder rachnaa hai. icon_flower icon_flower icon_flower icon_flower icon_flower
Logged
amit_prakash_meet
Guest
«Reply #4 on: September 22, 2014, 04:42:16 AM »
इस बज़्म में आपका भी स्वागत है.....

आपने बहुत खूब लिखा है.....उम्मीद करते हैं कि आपका दिल टूटे न कभी....
Logged
shunaya
Newbie


Rau: 1
Offline Offline

Waqt Bitaya:
1 hours and 13 minutes.
Posts: 4
Member Since: Sep 2014


View Profile
«Reply #5 on: September 22, 2014, 06:19:15 PM »
Dhanayawaad sabhi ka. Pehli baar kisi forum pe kadam rakhne ki zuraat ki hai aur aisa garamjosh swagat mila Usual Smile
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #6 on: September 29, 2014, 01:48:11 PM »
waah waah
Logged
Pages: [1]
Print
Jump to:  


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
March 29, 2024, 07:51:50 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
by ASIF
[March 24, 2024, 04:34:54 AM]

by ASIF
[March 24, 2024, 04:30:44 AM]

by ASIF
[March 24, 2024, 04:26:39 AM]

by ASIF
[March 23, 2024, 08:50:46 AM]

[March 21, 2024, 08:02:59 PM]

[March 21, 2024, 07:59:38 PM]

[March 17, 2024, 02:01:29 PM]

[March 16, 2024, 03:26:05 PM]

[March 16, 2024, 03:25:04 PM]

[March 16, 2024, 03:21:26 PM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.202 seconds with 25 queries.
[x] Join now community of 8502 Real Poets and poetry admirer