अतीत (रिस्ता रूह का)

by Amit Singh Suryavanshi on December 26, 2016, 11:50:27 PM
Pages: [1]
Print
Author  (Read 1230 times)
Amit Singh Suryavanshi
Maqbool Shayar
****

Rau: 12
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 9 minutes.

❣यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर

Posts: 572
Member Since: Apr 2015


View Profile
क्षमा कीजिए गा दोस्तों आज मैं कुछ अर्ज करने या सुनाने नही आया हूँ
पर
आप सभी से एक  कुछ सुझाव चाहता हूँ
अगर क्या हो है कोई इंसान दोहरी जिंदगी व्यतीत करता हो
कुछ सोचेते होंगे किया बकवास है
पर मैं ये कहना चाहता हु ये एक ऐसा सच है जो हर सुबह शाम
मुझे अंदर ही अंदर ख़त्म करता जा रहा है


अगर इसे आज भी बाहर नही निकाला तो पता नही मैं किस जिन्दगी मैं उलझ कर रह जाऊ







दोस्तों बात आज से 4 साल पुरानी है जब मैं अपने माता पीता से नाराज हो
घर से दूर चला गया था


बाहर जाने के बाद  जैसे की आप सब जानते है कि कुछ अच्छे मित्र मिलते है कुछ बुरे

चंडीगढ़ सेक्टर 11, मैं रहने लगा  अपने दोस्त के पास
उसको मेरी हर बात पता थी जैसे मैं मार्सल आर्ट जनता हु
तो उसकी सहायता से मुझको  पार्ट टाइम जॉब मिल गयी
जैसा मेरे मास्टर ने मुझे सिखाया था औजार को जंग नही
लगने देना चाहिए तो उसी बात को ध्यान में रखते हुए
एकेडमी ज्वाइन की सुबह एकेडमी और शाम को क्लब
मेरा वक़्त खराब कहो या भाग्य की मार की मार्सल आर्ट के नियम को बचाने
के चक्कर में एक गलती कर बैठा
उस रात मनीमाजरा मैं अपने मित्र के घर से रात्रि भ्रमण पर निकला था
की सामने से एक लड़की को संकट मैं पाया

कहते है न अगर इंसान किसी काम को करने में सक्षम हो पीछे नही हटता
मैं भी नही हटा उसको बचा कर जब घर में ले गया तो मुझे उसने अपनी
कहानी बताई
की वो उसके पिता के भेजे हुए आदमी थे

इंसानियत का रिश्ता तो उससे मेरा बन गया था तो इसलिये उसने अपना परिचय मुझे दिए
दीप्ती शर्मा
उसने अपना नाम बताया
और घर से दूर होने के कारण मुझे अपनी पहचान उससे छुपानि पड़ी
रणविजय  ही बताया था उसने मुझे उसकी सहेली के पास ले जाने के लिए
कहा तो मैं ले गया  हिमाचल ,काँगड़ा
उसे बचाने के कारण  मेरी जॉब भी चली गयी  थी
इसलिए मैंने उनके पास ही फ्लेट ले कर अपना केटरिंग के काम की शरुआत की  काम अच्छा
था पर हादसे तो इंसान से जुड़े होते है  मेरे साथ भी हुआ उसका रखवाली करते करते
मुझे इश्क़ हो गया था  सायद वो भी इस बात को जानती थी इसलिए
तो वो आगयी  मुझसे  उसकी
इतनी फ़िक्र करने का उत्तर लेने  मैंने बताया उसे तो हमने अपने दोस्तों की सहायता से विवाह कर लिया
विवाह के कुछ समय बाद हमारे घर एक फरिस्ता हुआ जिसके कारण मैं अपना हर गम भुला बैठा था

बुरा समय कभी  पीछा नहीं छोड़ता  वही हुआ जिसका मुझको डर था मेरे बेटे के साथ दीपति
गयी थी गहने खरीदने वापस आते हुए हमारी बाइक एक ट्रक चालक ने टक्कर मार दी मेरा बेटा आर्यन और मेरी दीप्ति
नीचे सड़क पर थे मुझे सिर्फ उनका चेहरा धुन्दला सा याद है

दुर्घटना के 4 महीने बाद जब मैं वापस गया तो मुझे उनके दुनिया में ना होने का पता चला















पर आज मेरे माता पिता के लिए मैं  आज भी वो ही जिद्दी बेटा हूं।
इनको अपनी जिन्दगी के गुजरे वक़्त को बता कर मैं दुखी  नही करना
चाहता हूँ ।
पर अगर नही। कहता हूं तो मेरा अतीत मुझे उलझा कर रख देगा








आज भी अगर मैं पगलन की हद तक क्रोध मैं होता हूं तो उसकी आवाज आज भी
मेरे कानों में  गूंजती  है मुझको गलत करने से












मुझे समझ नही आता रणविजय  हूँ या  मैं  अमित


कोण हूँ मैं
Logged
sksaini4
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 853
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
112 days, 8 hours and 51 minutes.
Posts: 36414
Member Since: Apr 2011


View Profile
«Reply #1 on: December 27, 2016, 03:19:07 AM »
 Applause
Logged
Amit Singh Suryavanshi
Maqbool Shayar
****

Rau: 12
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 9 minutes.

❣यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर

Posts: 572
Member Since: Apr 2015


View Profile
«Reply #2 on: December 27, 2016, 05:06:45 AM »
Bhai suggestions chahiye clapping nhi
Logged
surindarn
Ustaad ae Shayari
*****

Rau: 273
Offline Offline

Waqt Bitaya:
134 days, 2 hours and 27 minutes.
Posts: 31520
Member Since: Mar 2012


View Profile
«Reply #3 on: December 27, 2016, 10:20:59 PM »
 Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause Applause

Sab kehte hain ke waqt thehartaa hee nahin
Tumaaraa kehnaa hai ke buraa waqt jaataa hee nahin
Zaahir hai tumhne usse mashal arts se rok rakhaa hai.
Are bhai naaye saal mein ringout the old bring in the new.
Aapbeeti maat pitaa ko bhi bataa do,  bas ho jaao shuroo......
Logged
Amit Singh Suryavanshi
Maqbool Shayar
****

Rau: 12
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 9 minutes.

❣यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर

Posts: 572
Member Since: Apr 2015


View Profile
«Reply #4 on: December 28, 2016, 09:56:40 PM »
Surindern
भाई  माँ, पापा , मेरा घर बसा हुआ देखना चाहता है  इन फेक्ट वो लड़कियों की फोटो दिखाते भी है
पर एक बार आप को किसे चीज से डर लगने लगता हैं तो वो आप से ज्यादा ताकतवर हो जाता  है
इस बार इश्क़ मुझसे सहन नही होगा , विवाह के बाद मेरा दिल उसको एक्सेप्ट नही करेगा क्योंकि वोटो अभी भी अतीत मैं मुझको उल्जाहे हुए है
Logged
RAJAN KONDAL
Guest
«Reply #5 on: December 30, 2016, 04:11:49 AM »
Amit g yeh kehna mushkil h ki ap apne atit ko bhul jao mager fr bhi ap ko itna he kehna chahta hoon ki ap apni life ko age bdana chaiye aur nayi shuruat krni chaiye aur perants ki khusi ko apni khusi samjna chahiye
Logged
Amit Singh Suryavanshi
Maqbool Shayar
****

Rau: 12
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 9 minutes.

❣यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर

Posts: 572
Member Since: Apr 2015


View Profile
«Reply #6 on: January 01, 2017, 09:39:58 AM »
Thanks friends
Logged
Amit Singh Suryavanshi
Maqbool Shayar
****

Rau: 12
Offline Offline

Gender: Male
Waqt Bitaya:
3 days, 9 minutes.

❣यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर

Posts: 572
Member Since: Apr 2015


View Profile
«Reply #7 on: January 01, 2017, 09:40:49 AM »
For choosing me right decision in life
Logged
Pages: [1]
Print
Jump to:  


Get Yoindia Updates in Email.

Enter your email address:

Ask any question to expert on eTI community..
Welcome, Guest. Please login or register.
Did you miss your activation email?
April 27, 2024, 12:45:07 AM

Login with username, password and session length
Recent Replies
[April 23, 2024, 09:54:09 AM]

by ASIF
[April 22, 2024, 01:50:33 PM]

[April 04, 2024, 04:49:28 PM]

[April 02, 2024, 12:27:12 PM]

by ASIF
[March 24, 2024, 04:34:54 AM]

by ASIF
[March 24, 2024, 04:30:44 AM]

by ASIF
[March 24, 2024, 04:26:39 AM]

by ASIF
[March 23, 2024, 08:50:46 AM]

[March 21, 2024, 07:59:38 PM]

[March 17, 2024, 02:01:29 PM]
Yoindia Shayariadab Copyright © MGCyber Group All Rights Reserved
Terms of Use| Privacy Policy Powered by PHP MySQL SMF© Simple Machines LLC
Page created in 0.102 seconds with 24 queries.
[x] Join now community of 8498 Real Poets and poetry admirer