मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम मेरे गगन हो

by Ram Krishan Rastogi on June 29, 2014, 06:50:10 PM
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Ram Krishan Rastogi
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मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम मेरे गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम मेरे चमन हो
तुम मेरे सूरज हो,मै तुम्हारी किरन हूँ
भले ही दिन में तुम सफर करते हो
रात की तुम्हारी ही मै  दुल्हन हूँ

चाँद-तारो की बरात लेकर आना
मै तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ
जरा भी देर न करना,मेरे प्रियतम
मै इंतजार के पल पल गिन रही हूँ

प्यार का मिलन होता है जेसा धरा और गगन का
वही रिश्ता है मेरा तुम्हारा,जेसा घी और अगन का
प्यार की पायल बजती है,जहा प्यार में लगन हो
मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम प्यार के गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम प्यार के चमन हो  

तुम मेरी जिन्दगी की मंजिल हो,
सफर में साथ मिल कर चलना है
अनेको मुश्किलें आयगी इस सफर में
उनसे कभी नही घबराना है हमने
इस सफर में ऐसे चलेगे हम
जेसे धरा और गगन चलते है
प्यार की ख्श्बू बहेगी इस जहाँ में
जब मै और तुम चमन में मिलते है
बिजली से कह दो मेरे प्यारे प्रियतम
वह बादल के आगोश में छिप जाए
और प्यार में रोड़ा बन कर न आये
इस तरह जिन्दगी का सफर तय हो
सारे प्यार रने वाले मगन हो
मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम मेरे गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम मेरे चमन हो  




 
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SURESH SANGWAN
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«Reply #1 on: June 29, 2014, 07:52:09 PM »
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bahut bahut khoooooob Rastogi ji
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nandbahu
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«Reply #2 on: June 29, 2014, 08:36:09 PM »
bahut achhey
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jeet jainam
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«Reply #3 on: June 30, 2014, 12:36:44 AM »
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waah waah waah bohut khub
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marhoom bahayaat
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«Reply #4 on: June 30, 2014, 04:44:31 AM »
मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम मेरे गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम मेरे चमन हो
तुम मेरे सूरज हो,मै तुम्हारी किरन हूँ
भले ही दिन में तुम सफर करते हो
रात की तुम्हारी ही मै  दुल्हन हूँ

चाँद-तारो की बरात लेकर आना
मै तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ
जरा भी देर न करना,मेरे प्रियतम
मै इंतजार के पल पल गिन रही हूँ

प्यार का मिलन होता है जेसा धरा और गगन का
वही रिश्ता है मेरा तुम्हारा,जेसा घी और अगन का
प्यार की पायल बजती है,जहा प्यार में लगन हो
मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम प्यार के गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम प्यार के चमन हो 

तुम मेरी जिन्दगी की मंजिल हो,
सफर में साथ मिल कर चलना है
अनेको मुश्किलें आयगी इस सफर में
उनसे कभी नही घबराना है हमने
इस सफर में ऐसे चलेगे हम
जेसे धरा और गगन चलते है
प्यार की ख्श्बू बहेगी इस जहाँ में
जब मै और तुम चमन में मिलते है
बिजली से कह दो मेरे प्यारे प्रियतम
वह बादल के आगोश में छिप जाए
और प्यार में रोड़ा बन कर न आये
इस तरह जिन्दगी का सफर तय हो
सारे प्यार रने वाले मगन हो
मै तुम्हारी धरा हूँ,तुम मेरे गगन हो
ख्श्बू हूँ मै तुम्हारी,तुम मेरे चमन हो 




 


nice,sir
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Bishwajeet Anand Bsu
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«Reply #5 on: July 02, 2014, 06:20:13 PM »
bahut bahut khoob...
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